इंदिरा गांधी को लंबे समय तक “भारत की आयरन लेडी” कहा जाता रहा है — एक ऐसा उपनाम जो उनके निर्णायक फैसलों, राजनीतिक ताकत और अडिग नेतृत्व की छवि को दर्शाता है। 1971 के युद्ध में भारत की जीत, बांग्लादेश…
Read more »भारत की परंपरा और कथाएँ कई गहरे संदेश छोड़ जाती हैं। राजा भर्तृहरि का उदाहरण ही देख लीजिए—कहा जाता है कि वे मृत्यु शय्या पर थे और उनका मोह एक हिरण के प्रति हो गया। फलस्वरूप, अगला जन्म उन्होंने हिरण क…
Read more »भारत में अक्सर देखा जाता है कि जब भी कुत्तों को लेकर कोई आंदोलन या प्रोटेस्ट होता है—जैसे स्ट्रे डॉग्स की हत्या का विरोध या पेट लवर्स की मांग—तो उसमें ज़्यादातर हिंदू समाज से जुड़े लोग ही सक्रिय दिखा…
Read more »प्रस्तावनाभारत का संविधान अपने नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता है। यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत मानी जाती है। लेकिन जब यह स्वतंत्रता झूठ और भ्रामक भाषणों का कवच बन जाए, तो यह लोक…
Read more »भारत की भाषाई परंपरा में हिंदी और उर्दू दोनों का गहरा योगदान है। लेकिन कुछ साहित्यिक शीर्षकों और वाक्यांशों को देखकर यह सवाल उठता है—क्या पवित्र और अपवित्र शब्दों का मेल केवल साहित्यिक प्रयोग था, या…
Read more »भारत का विभाजन 1947 में हुआ — यह आधुनिक इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक था। लाखों लोग विस्थापित हुए और हज़ारों ने अपनी जान गंवाई। प्रश्न यह है कि विभाजन का असली जिम्मेदार कौन था? कांग्रेस, ज…
Read more »महात्मा गाँधी को आज़ादी के आंदोलन का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है। वे सत्य, अहिंसा और नैतिकता के समर्थक थे। लेकिन इतिहास के पन्नों में एक सच यह भी दर्ज है कि उन्होंने अपने संघर्ष के दौरान अँग्रेज़ो…
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